सूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग: मार्ग, समयसीमा और प्रमुख विवरणसूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग: मार्ग, समयसीमा और प्रमुख विवरण

04 Jun 2025

सूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग: मार्ग, समयसीमा और प्रमुख विवरण

सूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग यात्रा समय घटाकर व्यापार और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।

समीक्षा

लेखक

IG

By Indraroop

शेयर करें

भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनने वाला सूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग पश्चिम और दक्षिण भारत के राज्यों के बीच यात्रा के तरीके को पूरी तरह बदल देगा। इस विशाल अवसंरचना परियोजना की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के पास है। इसका उद्देश्य सूरत और चेन्नई के बीच तेज और सुगम यात्रा सुनिश्चित करना है, जो पारंपरिक सड़कों से 1600 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्थित दो प्रमुख आर्थिक केंद्र हैं।

प्रस्तावित मार्ग

यह हरित क्षेत्र द्रुतमार्ग गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु – इन 6 राज्यों से होकर गुजरेगा। यह नया मार्ग भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से बचते हुए सूरत और चेन्नई को सीधे और तेज़ तरीके से जोड़ता है। इस मार्ग पर नासिक, अहमदनगर, सोलापुर, कलबुर्गी, कुर्नूल और कडपा जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। यह द्रुतमार्ग न केवल लॉजिस्टिक्स को बेहतर बनाता है, बल्कि अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों को एक कुशल नेटवर्क में जोड़ता है।

समयसीमा, स्थिति और लक्ष्य

सूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग को चरणों में बनाया जा रहा है, जिसमें भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य अलग-अलग चरणों में चल रहे हैं। यह एनएचएआई परियोजना वित्तीय वर्ष 2027 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है, हालांकि कुछ हिस्से इससे पहले भी चालू हो सकते हैं। 2025 तक, विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण और पर्यावरणीय मंज़ूरी के मामले में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इस परियोजना में नियंत्रित प्रवेश मार्ग भी होंगे, जिन पर 120 किमी प्रति घंटा तक की गति से यात्रा संभव होगी – जिससे यात्रा अधिक सुरक्षित और ईंधन-कुशल होगी।

सूरत–चेन्नई संपर्क में सुधार

इस द्रुतमार्ग के पूरा होने के बाद, सूरत से चेन्नई तक की यात्रा 30 घंटे से घटकर लगभग 18 घंटे रह जाएगी। इससे माल और यात्रियों की आवाजाहीमें क्रांतिकारी बदलाव आएगा। लंबी दूरी के लॉजिस्टिक्स, औद्योगिक आपूर्ति शृंखलाएं और शहरों के बीच व्यापार इस तेज़ यात्रा समय का लाभ उठाएंगे। इसके अलावा, यह गलियारा एनएच-48 और एनएच-44 जैसे मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों पर दबाव को भी कम करेगा।

सूरत के वस्त्र व्यापारी हों या चेन्नई के बंदरगाह निर्यातक, कई क्षेत्रों के लोगों को बेहतर द्रुतमार्ग संपर्क से लाभ होगा। यह परियोजना केवल व्यवसायको नहीं, बल्कि अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक संभावनाओं को भी बढ़ावा देगी।

सूरत–चेन्नई द्रुतमार्ग केवल एक अवसंरचना परियोजना नहीं है, यह भारत के पश्चिम को दक्षिण से जोड़ने वाली जीवनरेखा है।91इन्फ्रा के साथ जुड़े रहें निर्माण उपकरण उद्योग से जुड़ी ताज़ा ख़बरों, अपडेट्स और विशेषज्ञ विश्लेषण के लिए। और अगर आप नया या इस्तेमाल किया हुआ व्यावसायिक वाहन खरीदने की सोच रहे हैं, तो 91ट्रक्स पर विस्तृत समीक्षा, विनिर्देश और बेहतरीन ऑफ़र देखें। साथ ही, ऑटोमोटिव से जुड़ी नवीनतम वीडियो और अपडेट्स के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को सदस्यता लें और फेसबुक, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर हमें फॉलो करें।

नवीनतम निर्माण उपकरण समाचार

*कीमतें सांकेतिक हैं और बदल सकती हैं।
91Infra

91इंफ्रा एक तेजी से बढ़ता डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण उपकरण उद्योग से संबंधित नवीनतम अपडेट और विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।

हमारी साझेदार वेबसाइट

91trucks.com
91tractors.com
हम से जुड़ें