701 किमी लंबा समृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह तैयार, आखिरी हिस्सा भी खुला701 किमी लंबा समृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह तैयार, आखिरी हिस्सा भी खुला

12 Jun 2025

701 किमी लंबा समृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह तैयार, आखिरी हिस्सा भी खुला

समृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरा। 701 कि.मी. का यह कॉरिडोर मुंबई को नागपुर से जोड़ता है, यात्रा का समय 8 घंटे हुआ। व्यवसाय और विकास का नया मार्ग।

समीक्षा

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PV

By Pratham

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परिचय

समृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह से जुड़ चुका है, जो मुंबई को नागपुर से जोड़ता है। यह 701 किलोमीटर लंबा तेज रफ्तार मार्ग है। इसका आखिरी 76 किलोमीटर का हिस्सा, जो इगतपुरी से अमाणे तक है, अब शुरू हो गया है। इसके साथ ही यह पूरा प्रोजेक्ट अब पूरा हो गया है।

आखिरी हिस्सा: तेज गति और राहत के लिए तैयार

यह अंतिम टुकड़ा 1,182 करोड़ रुपये की लागत से बना है, जिसमें महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मिलकर निवेश किया है। इस हिस्से में 3 अहम इंटरचेंज जोड़े गए हैं: इगतपुरी, शाहापुर के कुटघर में और ठाणे के अमाणे में।

इस खंड में भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग भी है, जो कसारा घाट के नीचे 7.8 किलोमीटर लंबी है। पहले चालकों को 450 मीटर ऊँचाई तक चढ़कर घाट की घुमावदार सड़कों से गुजरना पड़ता था, लेकिन अब नई सुरंग से ऊँचाई घटकर 160 मीटर रह गई है और रास्ता सीधा हो गया है। इससे इगतपुरी से अमाणे की यात्रा 90 मिनट से घटकर 40 मिनट की हो गई है।

पूरा एक्सप्रेसवे: चालू, आधुनिक और तेज

अब जब आखिरी हिस्सा चालू हो गया है, तो पूरा समृद्धि एक्सप्रेसवे अब उपयोग में आ गया है। यह मार्ग 150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति के लिए बनाया गया है। इससे मुंबई से नागपुर की यात्रा अब 16 घंटे से घटकर सिर्फ 8 घंटे में पूरी हो सकेगी।

यह एक्सप्रेसवे इन सुविधाओं से लैस है:

  • 33 बड़े पुल
  • 274 छोटे पुल
  • 65 फ्लायओवर
  • 6 सुरंगें

परियोजना का उद्देश्य: विकास के लिए मजबूत आधार

हिंदू हृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग की कल्पना मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की थी, ताकि राज्य भर में बेहतर संपर्क बने और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। यह एक्सप्रेसवे 10 जिलों से होकर गुजरता है और 390 गाँवों को जोड़ता है, जिससे ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में बाजार, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार तक पहुँच आसान होती है।

परियोजना की यात्रा: चरणबद्ध शुरुआत, लगातार प्रगति

शुरुआत में भूमि अधिग्रहण को लेकर कुछ विरोध हुआ, खासकर किसानों की ओर से, लेकिन फिर भी यह परियोजना चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ी:

  • नागपुर से शिर्डी तक का हिस्सा दिसंबर 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया।
  • शिर्डी से भरवीर तक का हिस्सा मई 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चालू किया।
  • भरवीर से इगतपुरी तक का हिस्सा मार्च 2024 में एमएसआरडीसी मंत्री दादा भुसे की निगरानी में पूरा हुआ।

निष्कर्ष: विकास का नया रास्ता

यह एक्सप्रेसवे सिर्फ समय की बचत नहीं करता, बल्कि महाराष्ट्र की व्यवसाय लॉजिस्टिक प्रणाली को भी पूरी तरह से बदलता है। यह माल ढुलाई के लिए एक अनुकूल रास्ता बनाता है, जिससे उद्योगों का विकेंद्रीकरण बढ़ेगा, मौजूदा राजमार्गों पर दबाव घटेगा और राज्य के अलग-अलग हिस्सों में संतुलित विकास को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही यह निवेश को भी आकर्षित करेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।

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