बिहार सरकार 1,730 मीटर लंबा पुल गंडक नदी पर बनाएगी। इस परियोजना की लागत 589 करोड़ रुपये है। यह पुल कस्बों को जोड़ेगा, यातायात का दबाव कम करेगा और माल व यात्रियों की आवाजाही तेज़ करेगा।
बिहार में कई नदियाँ हैं। बरसात के मौसम में ये नदियाँ अक्सर सड़क संपर्क तोड़ देती हैं। गंडक नदी भी ऐसी ही बाधा है। यह नया पुल सालभर रास्ता खुला रखेगा। इससे यात्रियों का समय बचेगा और कारोबारियों का खर्च कम होगा।
इस पुल से लोगों को कई सीधे फायदे होंगे:
बिहार में पुल जीवनरेखा हैं। ये अलग-थलग पड़े इलाकों को जोड़ते हैं और आर्थिक गतिविधि को सुरक्षित रखते हैं। गंडक नदी का यह पुल ऐसी ही एक जीवनरेखा बनेगा। यह आवाजाही को निरंतर रखेगा और सुनिश्चित करेगा कि सामान और सेवाएँ बिना रुकावट लोगों तक पहुँचें।
बिहार सरकार ने सड़कों और पुलों को प्राथमिकता दी है। कई परियोजनाएँ जारी हैं। गंडक नदी का पुल इसी दिशा में उठाया गया कदम है। यह दिखाता है कि सरकार परिवहन को आधुनिक बनाने, क्षेत्रीय विकास को संतुलित करने और लोगों को बेहतर सफ़र देने के लिए प्रतिबद्ध है।
1,730 मीटर लंबा गंडक नदी पुल, जिसकी लागत 589 करोड़ रुपये है, सिर्फ़ एक ढांचा नहीं बल्कि तरक्की की कड़ी है। यह यात्रा को आसान बनाएगा, कारोबार को सहारा देगा और लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी सुधारेगा। जब यह बनेगा तो यह बिहार के विकास के वादे का प्रमाण होगा।
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