निर्माण उपकरण उद्योग 2025 में जबरदस्त बढ़त की ओरनिर्माण उपकरण उद्योग 2025 में जबरदस्त बढ़त की ओर

07 Aug 2025

निर्माण उपकरण उद्योग 2025 में जबरदस्त बढ़त की ओर

भारत में निर्माण उपकरण उद्योग 2025 में तेज़ बढ़त की ओर, निर्यात, स्वच्छ तकनीक और नीति समर्थन से बाज़ार में नया जोश।

समीक्षा

लेखक

PV

By Pratham

शेयर करें

भारत के निर्माण उपकरण उद्योग ने वर्ष 2024–25 में स्थिर बढ़त दिखाई। इस दौरान कुल 140,191 उपकरणों की बिक्री हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3% अधिक रही। निर्यात माँग में 10% की बढ़त देखी गई। घरेलू स्तर पर बढ़त सीमित रही, इसका कारण चुनावों की देरी और नियमों में बदलाव रहा। फिर भी बाज़ार स्थिर बना रहा। अब 2025–26 के लिए तस्वीर और भी मज़बूत दिखाई दे रही है।

निर्यात ने बढ़त की अगुवाई की। कुल 13,230 इकाइयों में से 88% निर्यात गैर-SAARC देशों को हुआ। घरेलू बिक्री में 2.7% की बढ़ोतरी हुई। इस माँग में 35% योगदान पश्चिम भारत का रहा। मार्च 2025 में गतिविधियाँ तेज़ रहीं। उस महीने 14,739 इकाइयों की बिक्री हुई, जो पिछले महीने से 15% अधिक रही। वित्तीय वर्ष के अंत में ख़रीदारी में तेज़ी आई। फिर भी कुछ दबाव बना रहा – मूल उपकरण निर्माताओं को स्टील की बढ़ती कीमतों, भुगतान में देरी और सख्त वित्त व्यवस्था का सामना करना पड़ा।

विभागवार स्थिति इस प्रकार

  • भूमि खोदने वाले उपकरणों ने 71% हिस्सेदारी के साथ बाज़ार में बढ़त बनाई। बैकहो लोडर और क्रॉलर खुदाई मशीनें इस समूह का 90% हिस्सा रहीं। बैकहो लोडर की बिक्री 53,133 इकाइयों तक पहुँची, और क्रॉलर खुदाई मशीनों की 35,816 इकाइयाँ बिकीं। इनकी माँग देश और विदेश दोनों में बढ़ी।
  • कंक्रीट उपकरणों में 3% की बढ़त रही। इनमें मिक्सर की बिक्री 8,577 इकाइयों की हुई। निर्यात 689 इकाइयों तक पहुँच गया, जो पहले से दुगना था। इससे भारतीय कंक्रीट मशीनों की वैश्विक माँग का संकेत मिलता है।
  • सामग्री उठाने वाले उपकरणों की बिक्री में 9% की गिरावट आई। पिक-एंड-कैरी क्रेन में 7% की कमी हुई और टेलीहैंडलर की बिक्री में 37% की भारी गिरावट आई।
  • सड़क निर्माण उपकरणों में 3% की वृद्धि देखी गई। घरेलू माँग में कमी आई, लेकिन निर्यात में 136% की बढ़त ने इस क्षेत्र को संभाला। मिट्टी को दबाने वाले उपकरण और रोलर इस सुधार के मुख्य कारण बने।
  • सामग्री प्रसंस्करण उपकरणों की बिक्री में 4% की कमी आई, इसका कारण कम ऑर्डर और घटता निर्यात रहा।

महत्वपूर्ण बदलावों के संकेत

  • अब "सेवा के रूप में उपकरण" का चलन बढ़ रहा है। इसमें ग्राहक पूरे उपकरण खरीदने की बजाय इस्तेमाल के आधार पर किराये पर लेते हैं। इससे लागत नियंत्रण और लचीलापन मिलता है। वाल्वो सीई जैसी कंपनियाँ इस मॉडल को बढ़ावा दे रही हैं।
  • स्वचालन (ऑटोमेशन) अब राजमार्ग परियोजनाओं में आ रहा है। एआईएमसी पहल के तहत जीपीएस-आधारित ग्रेडर और स्मार्ट कॉम्पैक्टर लाए गए हैं। इससे लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं में गुणवत्ता और गति दोनों में सुधार हुआ है।
  • बिजली से चलने वाली मशीनों की माँग भी बढ़ रही है। वाल्वो की ईसी400 और ईसी500 हाइब्रिड मशीनें 15% तक कार्बन उत्सर्जन घटाती हैं और 17% ईंधन बचत करती हैं। जेसीबी की 19सी-1ई मशीनें शहरों में माँग में हैं। बेहतर बैटरी और चार्जिंग सुविधा से इनका उपयोग बढ़ रहा है।
  • वर्ष 2025 में सीईवी-वी मानदंड लागू होंगे। इससे ज़्यादातर मशीनों की क़ीमतों में 12–15% बढ़ोतरी होगी। छोटे इंजनों पर असर कम रहेगा, लेकिन बड़े इंजनों के लिए डीज़ल फ़िल्टर और कैटालिटिक रिडक्शन सिस्टम जैसे नए तकनीकी बदलाव जरूरी होंगे। इससे भारत के मानक यूरोप और उत्तर अमेरिका के बराबर हो जाएँगे, जिससे भविष्य में निर्यात को बढ़ावा मिल सकता है।

नीति समर्थन से भी माँग को बढ़ावा

  • केंद्र सरकार के बजट में ₹12 ट्रिलियन का आवंटन बुनियादी ढाँचे के लिए किया गया है। इससे सड़कों, मेट्रो, रेल और शहरी परिवहन क्षेत्रों को लाभ मिलेगा। इन सभी परियोजनाओं में नए उपकरणों की ज़रूरत होगी।
  • मेक इन इंडिया और पीएलआई योजनाओं से घरेलू निर्माण को बढ़ावा मिल रहा है। इससे आयात कम होगा, सप्लाई में सुधार आएगा और लागत घटेगी। इसके साथ-साथ सतत निर्माण उपकरणों को भी बढ़ावा मिलेगा।

निष्कर्ष

आईसीईएमए का अनुमान है कि निर्माण उपकरणों का बाज़ार 2025–26 में $11 बिलियन तक पहुँच सकता है (वर्तमान में $10 बिलियन है)। वर्ष 2030 तक यह बाज़ार ₹990 बिलियन तक पहुँच सकता है। इसमें बिजली से चलने वाली मशीनें 10–15% तक की हिस्सेदारी ले सकती हैं। वैश्विक स्तर पर भी इस क्षेत्र में 38% की वार्षिक वृद्धि दर का अनुमान है।

भारत में निर्माण तकनीक को अपनाने की गति तेज़ हो रही है। देश तेजी से बदलाव की ओर बढ़ रहा है। मज़बूत निर्यात, नई आधारभूत परियोजनाओं और स्वच्छ तकनीकों के साथ, निर्माण उपकरण क्षेत्र एक बड़े सुधार की ओर अग्रसर है।

निर्माण उपकरण उद्योग में नवीनतम समाचार, अपडेट और अंतर्दृष्टि के लिए 91इन्फ्रा के साथ बने रहें। सबसे तेजी से बढ़ते डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में, हम आपको विभिन्न ब्रांडों से निर्माण उपकरण की सटीक जानकारी, विशेषज्ञ समीक्षा और गहन विश्लेषण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चाहे आप मूल्य तुलना, प्रकार विवरण या उद्योग के रुझान की तलाश कर रहे हों, 91इन्फ्रा भारत में निर्माण मशीनरी से संबंधित सभी चीजों के लिए आपका पसंदीदा स्रोत है।

नवीनतम निर्माण उपकरण समाचार

  • महिंद्रा ने पेश की नई सीईवी वी निर्माण उपकरण मशीनें
    महिंद्रा ने पेश की नई सीईवी वी निर्माण उपकरण मशीनेंमहिंद्रा निर्माण उपकरण ने अपनी नई और उन्नत मशीनों की श्रृंखला लॉन्च की है। इसमें सबसे नए अर्थमास्टर बैकहो लोडर और रोडमास्टर मोटर ग्रेडर शामिल हैं। यह लॉन्च 5 अगस्त 2025 को हुआ। ये नई मशीनें पहले से ज्यादा ताकतवर, कुशल और चलाने में आसान हैं।ये सभी मशी...
    PV

    By Pratham

    Thu Aug 07 2025

    3 min read
  • टाटा हिटाची ईएक्स 210एलसी की ऑन-रोड कीमत
    टाटा हिटाची ईएक्स 210एलसी की ऑन-रोड कीमतटाटा हिटाची ईएक्स 210एलसी एक ताकतवर और भरोसेमंद खुदाई करने वाली मशीन है। भारत भर की कई कंपनियाँ इस मशीन का इस्तेमाल भारी कामों के लिए करती हैं। यह मशीन निर्माण स्थलों, खदानों और आधारभूत ढांचे के कार्यों में बहुत अच्छी तरह काम करती है।एक्स-शोरूम कीमत...
    BS

    By Bharat

    Wed Aug 06 2025

    4 min read
  • भारत में आने वाले जेसीबी के नए मॉडल: हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक और अन्य
    भारत में आने वाले जेसीबी के नए मॉडल: हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक और अन्यजेसीबी भारत में निर्माण उपकरण उद्योग को एक स्वच्छ और स्मार्ट भविष्य की ओर ले जाने के लिए तैयार है। कंपनी 2025 में कई नए मशीनों को पेश करेगी, जिनमें हाइड्रोजन से चलने वाले प्रोटोटाइप, पूरी तरह इलेक्ट्रिक मॉडल, हाइब्रिड मशीनें और उन्नत डीज़ल मशीनें शाम...
    BS

    By Bharat

    Wed Aug 06 2025

    6 min read
  • एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने बनाई नई रणनीति, बाजार में वापसी का रखा लक्ष्य
    एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने बनाई नई रणनीति, बाजार में वापसी का रखा लक्ष्यएस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड (ईकेएल), जो कृषि और निर्माण उपकरण बनाने वाली जानी-मानी कंपनी है, अब अपने उत्पादों की नई रेंज और क्षेत्रीय रणनीति के ज़रिए फिर से बाज़ार में अपनी मज़बूत पकड़ बनाने की तैयारी में है।वाहन डीलरों के संघ (फाडा) के अनुसार, ईकेएल क...
    PV

    By Pratham

    Wed Aug 06 2025

    4 min read
  • भारत में 2025 में जेसीबी 3डीएक्स की ऑन रोड कीमत: फीचर्स और विशेषताएं
    भारत में 2025 में जेसीबी 3डीएक्स की ऑन रोड कीमत: फीचर्स और विशेषताएंभारत में जेसीबी 3डीएक्स एक भरोसेमंद बैकहो लोडर है। यह अपनी ताकत और भरोसेमंदी के लिए जाना जाता है, और निर्माण व बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में कठिन काम आसानी से कर सकता है। 2025 में इसकी कीमत इसके अच्छे प्रदर्शन और नए फीचर्स को दर्शाती है।जेसीबी 3डीएक्...
    BS

    By Bharat

    Mon Jul 28 2025

    3 min read
  • ए सी ई का लक्ष्य: विविधीकरण के ज़रिये वित्त वर्ष 2030 तक राजस्व दोगुना कर ₹6,300 करोड़ तक पहुंचाना
    ए सी ई का लक्ष्य: विविधीकरण के ज़रिये वित्त वर्ष 2030 तक राजस्व दोगुना कर ₹6,300 करोड़ तक पहुंचानाफरीदाबाद स्थित एक प्रमुख उपकरण निर्माता, एक्शन कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट लिमिटेड (ए सी ई) ने वित्त वर्ष 2030 तक अपने राजस्व को दोगुना करके ₹6,000–₹6,300 करोड़ करने की योजना बनाई है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह वृद्धि बुनियादी ढांचे (इंफ्रा)...
    PV

    By Pratham

    Tue Jul 22 2025

    5 min read
  • केस कंस्ट्रक्शन ने शुरू किया युवा कौशल प्रशिक्षण
    केस कंस्ट्रक्शन ने शुरू किया युवा कौशल प्रशिक्षणभारत की आधारभूत ढांचा निर्माण क्षेत्र की जानी-मानी कंपनी केस कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट ने बेरोजगार युवाओं को सशक्त बनाने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम का नाम है परियोजना शिल्पी, जिसका उद्देश्य युवाओं को निर्माण उपकरणों की मरम्मत और...
    BS

    By Bharat

    Thu Jul 17 2025

    3 min read
  • तेलंगाना ने आरआरआर और अमरावती एक्सप्रेसवे को मंजूरी की माँग की
    तेलंगाना ने आरआरआर और अमरावती एक्सप्रेसवे को मंजूरी की माँग कीतेलंगाना सरकार ने दो बड़े सड़क परियोजनाओं — रीजनल रिंग रोड (आरआरआर) और हैदराबाद-अमरावती एक्सप्रेसवे — को केंद्र सरकार से जल्द मंजूरी दिलाने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। ये दोनों परियोजनाएं राज्य की कनेक्टिविटी बढ़ाने और आर्थिक विकास को गति देने...
    BS

    By Bharat

    Wed Jun 25 2025

    3 min read
  • मुंबई-गोवा हाइवे जून 2025 तक होगा पूरा
    मुंबई-गोवा हाइवे जून 2025 तक होगा पूरालंबे समय से निर्माणाधीन मुंबई-गोवा हाइवे अब आखिरकार जून 2025 तक पूरा होने की राह पर है। यह हाइवे भारत के पश्चिमी तटीय इलाकों को जोड़ने वाला एक बेहद अहम रास्ता है, जो न केवल यात्रियों बल्कि व्यवसाय परिवहन के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होगा।यह हाइवे, ज...
    BS

    By Bharat

    Tue Jun 24 2025

    2 min read
*कीमतें सांकेतिक हैं और बदल सकती हैं।
91Infra

91इंफ्रा एक तेजी से बढ़ता डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण उपकरण उद्योग से संबंधित नवीनतम अपडेट और विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।

हमारी साझेदार वेबसाइट

91trucks.com
91tractors.com

हम से जुड़ें