गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे शुरू: अब सफर होगा तेज़ और आरामदायकपूर्वांचल में सड़क विकास का एक ऐतिहासिक कदम20 जून 2025 को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का औपचारिक उद्घाटन हो गया। 91.35 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं है, बल्कि यह पूर्वी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को जोड़ने वाला एक जीवन-रेखा है, जो दू...
दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे: जुड़ाव का एक नया युगभारत में सड़क निर्माण और आधारभूत ढांचे के क्षेत्र में एक बड़ा कदम साबित हो रहा है दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे। यह सड़क केवल दूरी को कम नहीं करती, बल्कि विकास, सुविधा और गति का नया रास्ता भी खोलती है।आधुनिक तकनीक से तैयार एक शानदार सड़ककरीब 270 किलोमीटर...
भारत में एक्सप्रेसवे: पूर्ण, चालू और आगामी परियोजनाएंभारत अपने सड़क ढांचे में तेजी से बदलाव देख रहा है, जिसमें प्रमुख शहरों और व्यवसाय गलियारों को जोड़ने वाले हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे का विकास हो रहा है। ये नियंत्रित-पहुंच वाले राजमार्ग कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने, यात्रा के समय को कम करने और आर्थिक विकास...
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे: सभी गांवों और मार्ग का विवरणवाराणसी से रांची होते हुए कोलकाता तक अब एक आसान संपर्क मार्ग बन रहा हैवाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे, जिसे वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के तहत एक प्रमुख ग्रीनफील्ड परियोजना है...
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में देरी: 2027 तक पूरा होने की उम्मीदपरिचयभारत का सबसे लंबा निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को पूरा होने में अभी दो साल और लगेंगे। इसकी मूल समय सीमा मार्च 2024 थी, जिसे पहले अक्टूबर 2025 तक बढ़ाया गया था, लेकिन मौजूदा प्रगति को देखते हुए यह 2027 से पहले पूरा नहीं हो पा...
701 किमी लंबा समृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह तैयार, आखिरी हिस्सा भी खुलापरिचयसमृद्धि एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह से जुड़ चुका है, जो मुंबई को नागपुर से जोड़ता है। यह 701 किलोमीटर लंबा तेज रफ्तार मार्ग है। इसका आखिरी 76 किलोमीटर का हिस्सा, जो इगतपुरी से अमाणे तक है, अब शुरू हो गया है। इसके साथ ही यह पूरा प्रोजेक्ट अब पूरा हो...
यमुना एक्सप्रेसवे: विशेषताएँ, टोल और यात्रा के लिए महत्वपूर्ण सुझावयमुना एक्सप्रेसवे, जिसे ताज एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है, 165.5 किलोमीटर लंबा, छह-लेन (जिसे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है) का एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे है। यह ग्रेटर नोएडा के परी चौक को आगरा के पास कुबेरपुर से जोड़ता है। 9 अगस्त 2012 को उद्...
380 किमी गाज़ियाबाद–कानपुर एक्सप्रेसवे से यात्रा समय में 3 घंटे की कटौती संभवउत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हो रहा है, और इसका ताजा उदाहरण है गाज़ियाबाद–कानपुर एक्सप्रेसवे। यह 380 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर गाज़ियाबाद और कानपुर के बीच यात्रा समय को लगभग 3 घंटे तक घटा देगा। यह न केवल यात्रियों बल्कि मालवाहन के लिए...
वाराणसी–कोलकाता एक्सप्रेसवे: मार्ग, समयसीमा और प्रमुख विवरणवाराणसी–कोलकाता एक्सप्रेसवे पूर्वी भारत में सड़कों की कनेक्टिविटी को पूरी तरह बदलने वाला है। यह महत्वाकांक्षी एनएचएआई परियोजनाभारतमाला परियोजना के तहत एनएच319बी पर एक ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के रूप में बनाई जा रही है। यह राजमार्ग इस क्षेत्र की सबसे अहम बु...