भारत के लिए आधुनिक जेसीबी स्टेज 5 निर्माण मशीनेंभारत में निर्माण उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। बिल्डर्स को ऐसी मशीनों की आवश्यकता है जो मजबूत हों, कम ईंधन खर्च करें और पूरे जीवनकाल में पर्यावरण की सुरक्षा करें, चाहे मशीन का जीवन समाप्त हो और उसे फेंकना ही क्यों न पड़े। जेसीबी अपनी स्टेज 5 निर्माण मशी...
टाटा हिटाची ने भारत में कौशल, उत्पादन और समाधान पर जोर दियाटाटा हिटाची, जो कि टाटा मोटर्स और जापान की हिटाची कंस्ट्रक्शन मशीनरी का संयुक्त उद्यम है, चाहता है कि भारत एक बड़ा उद्योग और निर्माण केंद्र बने। कंपनी का कहना है कि इसके लिए भारत को कौशल, उत्पादन क्षमता और समाधान पर ध्यान देना होगा।कौशल: सही प्रतिभा...
भारत की $125 बिलियन की सड़क योजना: तेज़ और सुरक्षित यात्रा2033 तक, भारत $125 बिलियन खर्च करके अपनी सड़कों को बेहतर बनाने और आधुनिक, तेज़ सड़क नेटवर्क विकसित करने की योजना बना रहा है। इसका मकसद यात्रा को तेज़ करना, व्यवसायों को मदद करना और शहरों के बीच बेहतर कनेक्शन बनाना है। यह योजना पूरे देश में लोगों और स...
पुणे में सैनी इंडिया ने एसएसआर110सी-10 प्रो मिट्टी दबाने वाली मशीन लॉन्च कीसड़क निर्माण के लिए नई मशीनसैनी इंडिया ने अपने पुणे प्लांट में एसएसआर110सी-10 प्रो वाइब्रेटरी सॉयल कम्पैक्टर लॉन्च किया है। यह निर्माण उपकरण 11,200 किलो वज़न का है और देशभर के बुनियादी ढाँचा प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल होगा। इस लॉन्च से सैनी की निर्माण...
जेसीबी मशीनें: इतिहास, उपयोग और कीमतें सरल भाषा मेंजो बड़ा पीला मशीन आपने किसी निर्माण स्थल पर मिट्टी खोदते या भारी सामान उठाते देखा, वह शायद जेसीबी था। ये मशीनें हर जगह देखने को मिलती हैं क्योंकि ये मजबूत, भरोसेमंद और काम को आसान बनाती हैं।जेसीबी की शुरुआत कैसे हुईजेसीबी की शुरुआत 1945 में इंग्लैंड...
मेहदिपट्नम में ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का फ्लाईओवर निर्माणग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने मेहदिपट्नम में एक नए मल्टी-लेवल फ्लाईओवर का निर्माण शुरू कर दिया है। इसका उद्देश्य यहाँ के ट्रैफिक को कम करना और रोज़मर्रा के सफर को तेज़ बनाना है, ताकि आम लोग और व्यवसाय वाहन आसानी से चल सकें।यह फ्लाईओवर कैसे...
बिहार में बनेगा 1,730 मीटर लंबा गंडक नदी पुल, लागत 589 करोड़बिहार सरकार 1,730 मीटर लंबा पुल गंडक नदी पर बनाएगी। इस परियोजना की लागत 589 करोड़ रुपये है। यह पुल कस्बों को जोड़ेगा, यातायात का दबाव कम करेगा और माल व यात्रियों की आवाजाही तेज़ करेगा।यह पुल क्यों ज़रूरी हैबिहार में कई नदियाँ हैं। बरसात के मौसम में य...
तमिलनाडु बनाएगा 142 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला चेन्नई-वेल्लोर हाईवेतमिलनाडु सरकार एक नया 142 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला हाईवे बनाने की योजना पर काम कर रही है, जो चेन्नई और वेल्लोर को जोड़ेगा। यह चेन्नई–वेल्लोर हाईवे सफर को तेज़ करेगा, ट्रैफिक कम करेगा और उद्योगों को सामान ढोने में आसानी देगा। यह तमिलनाडु के बड़े बुनि...
तमिलनाडु में 14.2 किमी ऊँचा सड़क कॉरिडोर बनेगा ईसीआर परतमिलनाडु सरकार 14.2 किमी ऊँचा सड़क कॉरिडोर ईसीआर (ईस्ट कोस्ट रोड) पर बनाने जा रही है। यह प्रोजेक्ट राज्य के ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) को मजबूत करेगा और यहाँ होने वाली भारी भीड़ को कम करेगा। ईसीआर लोगों के आने-जाने और कंपनियों दोनों के लिए एक बहुत महत्व...
सड़क परियोजनाएँ बढ़ाएँगी निर्माण उपकरणों की बिक्री: जेसीबी इंडियासड़कें और राजमार्ग बने रहेंगे मुख्य आधारजेसीबी इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक दीपक शेट्टी ने कहा कि भारत के निर्माण उपकरण (सीई) निर्माता, सड़कों और राजमार्गों से मिलने वाले नए अवसरों पर सबसे ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। परंपरागत रूप स...